8 अप्रैल 2010

दोस्त ना दुश्मन बनें

दोस्त ना दुश्मन बनें , ऐसे गुजारा कीजिये ,
दोस्तों में हैं जो जरुरी फासले निभाया कीजिये |
सौदा नहीं था की रखा है याराने में सब हिसाब ,
न जख्म मेरे नापिए ना आसूं गिनाया कीजिये |
लगता है आपके इन तेवरों से डर कभी - कभी ,
उस गज़ल को आप यूँ ना गुनगुनाया कीजिये |
कच्ची बहुत हैं मेरे घर की दीवारें ऐ 'अतुल' ,
मेरी  गली से आप न कदम तेज जाया कीजिये|

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